'जब वी मेट' सिनेमा का एक गीत मुझे भा गया। गाने के शब्द थे 'आओगे जब तुम ओ साजना' , और गाना राग मेघ में था।
कहते हैं कि तानसेन जब राग मेघ मल्हार गाया करते थे तो सूखी धरती पर भी बारिश होती थी। आजकल San Diego में खूब जमकर बारिश हो रही है। तो मैंने सोचा कि जब मैं गाता हूँ, तो मेरे गाने से पहले ही, मेरे गाने की अपेक्षा में बूँदें टपकने लगती हैं। इसलिए मैं अपने आप को तानसेन का बाप समझने लगा था। और यही सोचकर मैं रोजाना रियाज़ करने लगा। फिर एक दिन, सपने में एक बादल आया। उसने कहा 'उस्ताद जी, आप हमारा इशारा समझ नहीं पाये। हम कहना चाहते थे की हम यूं ही बरस जायेंगे, न्योछावर हो जायेंगे, अस्तित्वहीन हो जायेंगे, आपकी बड़ी महरबानी होगी अगर आप नहीं गायें।'
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1 comment:
lolz..
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